लोकसभा में बुधवार को होगी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन पर चर्चा , सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल की बढ़ाई अवधि
cgwebnews.in
नई दिल्ली
नई दिल्ली 2021 - दुनिया भर में कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन का आतंक फैल चुका है। भारत सरकार ने इसे देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए तमाम उपाय किये हैं। लेकिन लोगों की चिंता अभी भी बनी हुई है। इसी के मद्देनजर कल यानी बुधवार को इस मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा होगी। इस पर लोकसभा के शीतकालीन सत्र में नियम 193 के तहत चर्चा होगी, जिसमें वोटिंग का प्रावधान नहीं होता। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया सदन के सवालों का जवाब देंगे। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंता ज़ाहिर की थी।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में जानकारी दी कि फिलहाल देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का एक भी मामला सामने नहीं आया है। बता दें कि कोरोना का नया वेरिएंट दुनिया के 18 देशों में फैल चुका है, लेकिन भरत अब तक इससे बचा हुआ है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे के मद्देनज़र हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश से भारत आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है।
वहीं केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के बढ़ते प्रसार को देखते हुए देश भर में कोविड-19 रोकथाम संबंधी नियमों की अवधि 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है। इसके अलावा केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक पत्र में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 25 नवंबर को जारी किए गए परामर्श का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है।
इस परामर्श में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी और जांच की सिफारिश की गई है। भल्ला ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के दिशानिर्देशों के अनुसार उनकी जांच की जानी चाहिए। साथ ही भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोम समूह मार्गदर्शन दस्तावेज (INSACOG) के अनुसार ऐसे यात्रियों के सैंपल को तुरंत नामित जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं में भेजा जाना चाहिए।