माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए जा रहे दर्जनों श्रद्धालुओं की साँसे 05 सौ फीट की ऊँचाई पर पौन घंटे तक अटके रही , जाने वजह
cgwebnews.in
राजनाँदगाँव
राजनांदगांव 10 अक्टूबर 2021 - डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए रोपवे के ट्राली से जा रहे दर्शनार्थियों की जान उस वक्त आफत में आ गई जब ट्राली 500 फीट की उंचाई में जाकर अचानक रुक गई। करीब पौन घंटे तक दर्जनभर से अधिक दर्शनार्थी फंसे रहे। बाद में फिर तकनीकी खराबी के कारण ट्राली दूसरी बार अटक गई। ऊपर वाले स्टेशन पाइंट पर सुधार कार्य के बाद रात को रोपवे का संचालन सुचारू रूप से शुरू किया जा सका। प्रशासन का कहना है कि विशेषज्ञों से ठीक तरीके से जांच कराई जाएगी। उधर देवी दर्शन के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसके पहले तकनीकी खराबी आने से हड़कंप मच गया।
घटना शनिवार शाम करीब छह बजे की है। रोपवे में दर्शनार्थियों को लेकर जा रही एक ट्राली बीच में फंस गई। जिससे ट्राली में सवार दर्शनाथियों की सांसें अटक गईं। बीच में ट्राली फंसने के बाद कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। बाद में दर्शनार्थियों को ट्राली से सुरक्षित निकाल लिया गया।
बताया गया कि तकनीकी खराबी के कारण रोपवे पर ट्राली फंसी गई थी। खराबी क्या थी, यह प्रशासन जांच के बाद ही स्पष्ट करने की बात कह रहा है। ट्राली पर सवार दर्शनार्थी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। रोपवे में ट्राली फंसने की खबर इंटरनेट मीडिया में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद कुछ देर के लिए हडकंप मच गया। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी भी कुछ देर के लिए हड़बड़ा गए।
मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने बताया कि रोपवे में छोटी सी तकनीकी समस्या थी, जिसे तत्काल दूर कर लिया गया। सवार सभी दर्शनार्थी पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने दर्शनार्थियों से निवेदन किया है कि रोपवे को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देवें। रोपवे पूर्णत: सुचारू रूप से चल रहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छिटपुट मेंटेनेंस के लिए रोपवे बीच-बीच मे बंद करना पड़ता है। कभी- कभी लाइट भी बंद हो जाने से ट्राली बीच मे रूक जाती है जिसके लिए किसी प्रकार की चिंता की कोई बात नही है। रोपवे को लेकर किसी भी प्रकार के संशय की स्थिति होने पर मोबाइल नंबर 9425554451 पर बात कर सकते हैं।
जिस समय रोपवे में तकनीकी खराबी आई, ठीक उसी समय महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया परिवार के साथ डोंगरगढ़ पहुंची थी। रोपवे स्टेशन पहुंचने के पहले रोपवे बंद करना पड़ा। इसके बाद मंत्री अनिला नीचे मंदिर में दर्शन करने चलीं गई। फिर कार्यकर्ताओं से मेल-मुलाकात व अन्य काम निपटाने लगी। करीब घंटे भर इंतजार के बाद वे लौटने की तैयारी में थीं। तभी सूचना मिलने पर वे रोपवे स्टेशन पहुंची व दर्शन करने गईं।
डोंगरगढ़ में रोपवे के संचालन में पहले भी बड़ी लापरवाही सामने आ चुकी है। करीब दशक भर पहले ट्राली टूटकर गिरने से एक महिला दर्शनार्थी की इलाज के दौरान मौत हुई थी व उनके साथ यात्रा करने वाले अन्य लोग घायल हुए थे। तीन साल पहले भी ट्राली टूटी थी। इसमें भी एक ने जान गंवाई थी। इस मामले में ट्रस्ट के पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई है। नवरात्रि के दौरान बार-बार हादसा या तकनीकी खराबी के कारण दर्शनार्थियों की जान आफत में फंसने से संचालकों की भूमिका सवालों के घेरे में है।
घटना के संबंध में एसडीएम, डोंगरगढ़ अरुण कुमार वर्मा ने कहा कि कुछ तकनीकी खामियां थी जिसे समय रहते दुरूस्त करा लिया गया। लेकिन यह चिंताजनक है। परसो मुख्यमंंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित है। उसके पहले हम रोपवे को तकनीकी रूप से पूरी तरह दुरूस्त चाहते हैं। विशेषज्ञों की ओके रिपोर्ट के बाद ही प्रशासन संतुष्ट होगा। ट्रस्ट को नोटिस जारी किया जा रहा है।