सक्ती में हुआ थप्पड़ कांड , नए नवेले पत्रकार को जन प्रतिनिधि ने मारा थप्पड़ , संगठन ने कराया समझौता
cgwebnews.in
जांजगीर चाम्पा
सक्ती 29 सितम्बर 2021 - यूपी फिर एमपी और अब छत्तीसगढ़ आखिर यह घटना रुक क्यो नही रहा है। शायद यह नया ट्रेन्ड चल गया है जिसे अच्छा भी नही कहा जा सकता है और बुरा भी नही करार दिया जा सकता है , हम बात कर रहे है थप्पड़ कांड की जो आज के दौर में आम हो चला है।
चाहे वो आटो वाला हो , या फिर पत्रकार सभी पर थप्पड बरस रहा है अब कँहा कँहा की बात करे क्योंकि फेहरिस्त काफी लंबी है तो बात कर लेते है नव गठित जिले सक्ती का जँहा मंगलवार की देर शाम लगभग साढ़े सात बजे से रात आठ बजे के बीच एक कथित पत्रकार को चयनित जनप्रतिनिधि ने इतना जोर का थप्पड़ जड़ा जो उसे जिंदगी भर याद रहेगा ( अगर बेशर्म ना हुआ तो ) और इस थप्पड़ की गूंज उसे हर उस ग्राम पंचायत में सुनाई देगी जँहा वो खबर बनाने के बजाय वसूली करने की नीयत से जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक एक जन प्रतिनिधि ने कथित पत्रकार को दर्जन भर लोगो के सामने थप्पड़ मार कर यह साबित कर दिया की वह सही था और समझौता करा कर कथित पत्रकारो ने यह साबित कर दिया की मार खाने वाला कथित पत्रकार गलत था।
यह सब कुछ हुआ है उस चारदीवारी के भीतर जँहा लोग फरियाद ले कर जाते है इतना सब कुछ होने के बाद भी कलम की ताकत से लोगो के हितों के लिए लड़ने वाला बड़ा वर्ग खामोश क्यो है, यह वर्ग उस पत्रकार के साथ खड़ा होने के बजाय चुप क्यों है।
सवाल आपसे से है कि क्या थप्पड़ मारने वाला गलत था या फिर वो पत्रकार जिसने थप्पड़ खाया।
अब रही सार की बात तो पत्रकार को थप्पड़ जड़ने वाले जन प्रतिनिधि ने बताया की कथित पत्रकार उसे डरा धमका कर चार से पाँच हजार रुपये ऐंठ चुका है और अब अपनी पत्रकार होने का धौस जमा कर और रुपयों की मांग कर रहा था जिसके एवज में उसने थप्पड़ मार कर उसका मुँह हमेशा के लिए बंद कर दिया है।
सुनने में तो यह भी आया है की कल से पहले यह कथित पत्रकार जिला मुख्यालय के बन्द कमरे और गाँव की चौपाल पर भी एक महीने के भीतर मार खा चुका है।