सक्ती का राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह अपनी पत्नी का नही हुआ वो प्रजा का क्या होगा , पढ़े पूरी खबर और इंतजार करें अगली खबर का
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जांजगीर चाम्पा
सक्ती 18 जून 2021 - नेपाल से ब्याह कर सक्ती राजमहल की बड़ी बहू बनी राजा सुरेन्द्र बहादुर की धर्मपत्नी और सक्ती की राजमाता आज तोते की तरह पिंजरे में कैद है।
कानूनी दांव पेंच दोनो तरफ से चल रही है लेकिन ना तो ब्लड प्रेशर , शुगर के मरीज 79 प्लस राजा हार मानने को तैयार है और ना राजमाता उम्र की अंतिम पड़ाव में अपने पति के नौकर धनेश्वर सिदार के बेटे धर्मेन्द्र सिदार ( सिंह ) को पुत्र मानने को तैयार है।
लोगो आज भी वो दिन याद है जब घोड़े , हाथी , ऊंट और रथ के साथ राजा सुरेन्द्र बहादुर की बारात सक्ती से नेपाल जाने के लिए निकली थी।
लोगो ने घर के छत से फूल बरसा कर राजरानी लाने के लिए उन्हें बधाई दी थी
लोग आज भी स्व.हिम्मत दवे को याद करते है जो इस ब्याह को ऐतिहासिक बनाने में कोई कसर नही छोड़ी थी।
आज वही राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह स्व. हिम्मत सिंह दवे की मेहनत पर पानी फेर दिया यहाँ तक ब्याहता पत्नी गीता राणा सिंह को पत्नी तक मानने से इंकार करते हुए उनसे महल में रहने का कुत्सित प्रयास करने में कोई कसर बाकी नही छोड़ रहे है।
79 प्लस को यह नही भूलना चाहिए की गीता राणा सिंह उनकी ब्याहता पत्नी है जिसके सैकड़ो सबूत मौजूद है लेकिन इस बात का एक भी सबूत नही है की ड्राइवर धनेश्वर सिदार के बेटे धर्मेन्द्र सिंह को सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने दत्तक पुत्र के रूप में लेने के लिए कानूनी संबंधी कोई दस्तावेज पेश कर सके।
हम कोई हवा हवाई बाते नही कर रहे है सारे तथ्य एक एक कर लाएंगे सामने बस अगले एपिसोड का इंतजार करे पुराने कारनामो को ,,
- cgwebnews.in बिना किसी दबाव या डर के तब तक खुलासा करते रहेगा जब तक राजमाता को इंसाफ नही मिल जाता है -