सक्ती राज महल से बड़ी खबर , पिता और पालक के फेर में घिरे धर्मेन्द्र सिंह , देखे दस्तावेज
cgwebnews.in
जांजगीर चाम्पा
सक्ती 13 जून 2021 - सक्ती राज महल से बड़ी खबर , पिता और पालक के फेर में घिरे धर्मेन्द्र सिंह।
खुद को सक्ती राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह के वारिस बताने वाले सक्ती जनपद क्षेत्र क्रमांक 24 से जनपद सदस्य धर्मेन्द्र सिंह का चुनाव के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर के पास जमा किया गया एक घोषणा पत्र शोशल मीडिया में छाया हुआ है।
जनपद चुनाव के दौरान धर्मेन्द्र सिंह ने अपने नाम के सामने पिता का नाम धनेश्वर सिंह का नाम लिखा साथ ही पालक पिता के रूप में सक्ती राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह का नाम अंकित किया है।
अगर जनपद चुनाव में दिए गए घोषणा पत्र की माने तो राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह धमेन्द्र सिंह के पालक पिता है और धर्मेन्द्र के असली पिता का नाम धनेश्वर सिंह है ऐसे में सवाल यह उठता है अपने असली पिता के नाम की जगह धमेन्द्र सिंह अपने की पाल्य पिता के नाम का उपयोग किस स्वार्थ के चलते करता है।
आपको बताना जरूरी है कि सक्ती का जनपद क्षेत्र क्रमांक 24 को सक्ती राजमहल का गढ़ माना जाता है और इस जनपद चुनाव में इस क्षेत्र से तीन प्रत्यासी मैदान में थे जिसमें पूर्व जनपद सदस्य नारायण सिदार , प्रहलाद सिदार और सक्ती राजा सुरेन्द्र बहादुर के पाल्य पुत्र धर्मेन्द्र सिंह जाति गोंड शामिल थे।
इस चुनाव में धर्मेन्द्र सिंह ने अपने निकटतम प्रत्यासी नारायण सिदार को 850 के लगभग मतों से इसलिए पराजित किया क्योंकि धर्मेन्द्र के नाम के पीछे राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह का नाम जुड़ा था।
इस बी डी सी चुनाव में धर्मेन्द्र सिंह को लगभग 21 सौ वोट मिले तो नारायण सिदार 13 सौ वोट पर सिमट कर रह गया जबकि तीसरा प्रत्यासी प्रहलाद महज सौ से कुछ ज्यादा वोट हासिल कर सका।
असल मुद्दा नाम और संपत्ति विवाद को लेकर है यही वजह है आज राजमाता चीख चीख कर कह रही है की धर्मेन्द्र सिंह राजमहल का वारिस नही है इस प्रमाण पत्र से काफी कुछ साबित हो जाता है अब देखना यह है की सच की जीत होती है या शाजिश की।
cgwebnews.In बिना डरे आगे भी खुलासा करते रहेगा।