युवाओं ने संभाला धर्म एवं संस्कृति की रक्षा का भार , पेश कर रहे है नई मिशाल ,,
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जांजगीर चाम्पा
जांजगीर चाम्पा 27 अक्टूबर 2020 - आज के मॉडल समय में जहां एक और युवा वर्ग आधुनिक सम्मिलित होकर अपनी विरासतन धार्मिक आयोजन पूजा पाठ परंपरा संस्कृति बड़ों का सम्मान छोटों के साथ स्नेहा माता पिता की आज्ञा पालन आदि मूल संस्कृति एवं सभ्यता को भूलते जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर कुछ युवा ऐसे भी है जो अपनी मूल संस्कृति सनातन धर्म को बचाए रखने तथा उसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होकर धार्मिक आयोजन एवं कार्यों में अपना समय देते रहते हैं तथा धर्म की रक्षा के लिए कार्य करते हुए सनातन संस्कृति का का ज्ञान एवं धर्म के प्रति जागृति लाने हेतु समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ बैठकर धार्मिक चर्चा करते हैं लोगों में धर्म के प्रति जागृति हेतु सदैव तत्पर रहने वाले रूपेंद्र गबेल ने बताया कि सनातन धर्म सदैव वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित रहा है सनातन धर्म की प्रत्येक क्रियाकलाप प्रत्यक्ष संस्कृति एवं प्रत्येक कार्य पूर्णता वैज्ञानिक है लोगों में अंधविश्वास फैलाने एवं धर्म पथ भ्रमित करने हेतु समय-समय पर धर्म को नष्ट करने वाले कुछ अधर्मी लोग सनातन धर्म को झूठा एवं ढकोसला साबित करने का निरंतर प्रयास करते रहे हैं हिंदू सनातन धर्मा कभी भी अपने पद से भ्रमित नहीं हुआ ना ही उनके अनुयाई भ्रमित हुए हैं विज्ञान के आधुनिक युग में जहां पूरा विश्व आधुनिक परंपराओं पर चलकर वातावरण एवं प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं वही सनातन धर्म सदैव प्रकृति की रक्षा करने एवं प्रकृति को ही अपना आराध्या मानने का ज्ञान प्रदान करती है जिस प्रकार सूर्य चंद्रमा अग्नि वायु आदि सभी प्राकृतिक पूजा एवं रक्षा सनातन धर्म में सिखाई जाती है जहां सनातन धर्म के प्रातः उठने से लेकर रात्रि विश्राम तक के सभी कार्य जो उनके दिनचर्या में शामिल है वही सनातन परंपरा या संस्कृति मानी जाती है तथा सभी कार्य विज्ञान पर आधारित है जिनके संबंध में इन हिंदू युवाओं द्वारा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा गया कि गाय की सेवा प्रातः स्नान एवं सूर्य को अर्ध देना घर की साफ सफाई में गोबर का प्रयोग भोजन में औषधि एवं जड़ी बूटियों का प्रयोग जैसे हल्दी सूर्य नमस्कार आदि अनेक सभ्यताएं ऐसी है जो सनातन धर्म में सदियों से चली आ रही है और इसी के प्रति यह युवा समाज को जागृत करने एवं धर्म की रक्षा का कार्य निरंतर करते रहने हेतु अपने गांव में लॉक डाउन का पालन करते हुए मास्क लगाकर अपने ग्राम जाजंग में संध्या कीर्तन भ्रमण का कार्य प्रारंभ किए हैं जिसमें कीर्तन भजन करते हुए गांव का भ्रमण किया जाता है तथा हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है यह सभी युवा मानते हैं कि इससे सनातन धर्म से विमुख होकर धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों में जागृति आएगी तथा धर्म विरोधी जो सनातन धर्म का भ्रामक प्रचार कर धर्म के प्रति लोगों में उदासीनता लाने का प्रयास करते हैं ऐसे लोगों को एक जवाब इन युवाओं द्वारा प्रस्तुत होगा।