छत्तीसगढ़ - शादी की सालगिरह पर पत्नी ने पति को दिया मौत का तोहफा , मंगलसूत्र बेच कर कराई हत्या
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कोरबा
कोरबा 26 मई 2023 - शादी की सालगिरह पर पत्नी ने अपने गहने बेच सुपारी किलर से पति की हत्या करवा दी। 24 मई की रात दीपका थाना क्षेत्र SECL कर्मी की देर रात घर घुसकर हुए हत्या के मामले को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाते हुए अरोपिया पत्नी व सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है।
24 मई की देर रात ऊर्जा नगर दीपिका कॉलोनी में रहने वाले 36 वर्षीय SECL कर्मी जगजीवन रात्रे की देर रात घर में घुसकर अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। मृतक के साले शिवाकांत ने दीपका थाने में FIR दर्ज करवाते हुए बताया कि 24 मई की रात्रि 2:27 मिनट को उसकी बहन ने मोबाइल से फोन कर बताया कि तुम्हारे जीजा की घर में घुसकर किसी ने हत्या कर दी है। जिसकी सूचना पर वह और उसकी मां घर पहुंचे। तब देखा कि उनका जीजा शुरू कमरे के दरवाजे के पास लहूलुहान हालत में पड़ा था और उसकी मौत हो गई थी। मामले के जांच के लिए SP उदय किरण ने एडिशनल एसपी कोरबा अभिषेक वर्मा, सीएसपी रॉबिंसन गुड़िया, प्रशिक्षु आईपीएस रोहित शाह, दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह व साइबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी के नेतृत्व में टीम बनाई।
पुलिस टीम द्वारा जब मृतक की पत्नी धनेश्वरी रात्रे से पूछताछ की तब वह बार-बार बयान बदल रही थी। जिससे पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की जिसमे वह टूट गई और हत्या करवाना कबूल कर लिया।
धनेश्वरी ने बताया कि SECL में कैटेगिरी वन के पद पर पदस्थ जगजीवन रात्रे से उसकी शादी 24 मई 2013 को हुई थी। शादी के बाद से जनजीवन उसे हमेशा शराब पीकर पिटता था और बेईज्जत करता था। जिससे तंग आकर उसने पति की हत्या के लिए तुषार सोनी नाम के अपने परिचित से संपर्क किया और हत्या के लिए उसे पैसो का लालच दिया। उसके तैयार होने पर मार्च 2023 में अपने गहने बेच कर तुषार सोनी उर्फ गोपी निवासी कृष्णा नगर को 50 हजार रुपये दिया पर तुषार अन्य किसी मामले में जेल चला गया। जो जेल से छूटने के बाद धनेश्वरी के बार बार फोन करने पर 24 मई की रात 12 बजे अपने एवेंजर मोटरसाइकिल से पहुँचा और साथ मे छुपा कर टँगीया भी लाया।
जगजीवन रात्रे के क्वार्टर नम्बर एमक्यू/ 07 ऊर्जानगर दीपका का दरवाजा खटखटाया और जगजीवन को बोला कि तुम्हारे पत्नी के बारे में कुछ बताना है। जब जगजीवन ने दरवाजा खोला तो उससे ठंडा पानी मांगा और बोतल मे पानी लेकर आते समय उस पर टँगिया से हमला कर हत्या कर दी। इस दौरान धनेश्वरी भी उसे देख रही थी। हत्या के बाद धनेश्वरी ने अपना मोबाइल तोड़ कर फेंकने के लिए उसे दिया और हत्या की सुपारी के रूप में दी जाने वाली शेष रकम एक सोने का हार और 6 हजार रुपये नगद फिर से तुषार सोनी को दे दिया।